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MissYou Shayari- मिसयू शायरी

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MissYou Shayari- मिसयू शायरी

तेरे रूठ जाने से कोई शिकायत नहीं है मुझे,
क्यूंकि जो लम्हें गुजारे तेरे साथ उसी के सहारे
मुझे अपनी पूरी जिंदगी को जीना है..!!

तुम्हारे ख्यालों से फुरसत नहीं मिलती एक पल के लिए हमें राहत नहीं मिलती यु तो सब कुछ हमारे पास है बस देखने के लिए आप की सूरत नहीं मिलती ।

हर ख़ामोशी में एक बात होती है हर दिल में एक याद होती है आपको पता हो या ना हो पर आपकी ख़ुशी के लिए रोज़ फरियाद होती है ।

दूरियों की ना परवाह कीजिये दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये ।

तमाम गमो को भूल जाने को जी करता है अब एक बार मुस्कुराने को जी करता है बहुत जिया यादों के सहारे अब आपके पास आने को जी करता है ।

एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर पर मुझे तो उस शाम का इंतजार है जो आए तुम्हे अपने साथ लेकर ।

कुछ खूबसूरत पल याद आते हैं पलकों पर आँसु छोड़ जाते हैं कल कोई और मिले हमें न भुलना क्योंकि कुछ रिश्ते जिन्दगी भर याद आते हैं ।

आज कुछ कमी है तेरे बगैर, ना रंग ना रोशनी है तेरे बगैर, वक़्त अपनी रफ्तार से चल रहा है, बस धड़कन मेरी थमी है तेरे बगैर ।

MissYou Shayari- मिसयू शायरी

कितना अधूरा लगता है, तब जब बादल हो पर बारिश ना हो, जब जिंदगी हो पर प्यार ना हो, जब आँखे हो पर ख्वाब ना हो, और जब कोई अपना हो पर साथ ना हो ।

मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर में तैरती है, जहाँ पानी सिर्फ और सिर्फ मेरी पलकों का होता है..!

ये तो ज़मीन की फितरत है की, वो हर चीज़ को मिटा देती है वरना,
तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का,अलग समंदर होता।

ऐ चाँद चमकना छोड़ दे, तेरी चाँदनी हमको सताती है,
तेरे जैसा ही उसका चेहरा है, तुझे देख के वो याद आती है..

मंज़र भी बेनूर थे और फ़िज़ाएं भी बेरंग थी..
बस तुम याद आये और मौसम सुहाना हो गया..

काश तुम भी तुम्हारी यादो की तरह बन जाओ,
न वक़्त देखो, न बहाना बस चले आओ |

खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह,
और इसी रौनक में मेरा दिन गुज़र जाता है.

बीता हुआ कल जा रहा है उसकी याद में ही खुश हुँ,
आने वाले कल का पता नही इंतजार में ही खुश हूँ..!!

सिर्फ यादों का एक सिलसिला रह गया है…
खुदा जाने उनसे मेरा क्या रिश्ता रह गया है

बंद कर दिए हैं हमने तो दरवाजे इश्क के,
पर कमबख़्त तेरी यादें तो दरारों से ही चली आई..

बस जीने ही तो नही देगी..
और क्या कर लेगी यादें तेरी..

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