Desh Bhakti Shayari- देश भक्ति शायरी
मेरा मरना जीना बस तिरंगे के नाम होगा ,अगला जन्म लिया तो मेरा देश फिर से हिंदुस्तान होगा..
शहीदों की कुर्बानी को बदनाम नहीं होने देंगे…
बची हो जब तक एक बूंद भी मेरे लहू की,
तब तक अपने भारत माता के आँचल को नीलाम नहीं होने देंगे..!!
सौ लाख बार सर झुकायेंगे हम उनकी शहादत में,
जो शहीद हो गए हमारी हिफाजत में..!!
यहां गुलाब देकर लोग मोहब्बत जताते रहें,
वहां चुपके से कोई जान देकर कर्ज़दार कर गया ..!!
क्योँ मरे सनम के लिए
दुपट्टा नहीं मिलेगा कफ़न के लिए..
मरना हो तो मरो वतन के लिए,
तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के लिए..!!
हमारे फौजी भी कमाल के होते हैं,
पर्स में परिवार और दिल में देश रखते हैं..
माईनस डिर्गी मे भी ये अपना फर्ज निभाते है..
हम आराम से सो सके इसीलिये
ये बब्बर शेर की तरह अपना वतन बचाते है..!!
जय हिन्द,जय भारत ..!!

उन महिलाओं को करवा चौथ की दिल से बधाई,,,
जिनका चांद सरहद पर खड़ा होकर दूसरी महिलाओं के
चांद की हिफाजत कर रहा है ..
कश्मीर में वादियों की सर्दी ना होती,
दिल्ली में खुशियों की गर्मी ना होती,,
कोई त्योहार भी नही मना पाता ..
अगर जवानो के शरीर पर वर्दी ना होती
इतनी सी बात इन हवाओ को बताये रखना
अपने अन्दर के चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर किसी ने की है हिफाजत इसकी
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
मत करो शक अपनी सेना पर साहेब तुम जहाँ पैर भी नही रख सकते वहाँ भी इन्होने तिरंगा फहराया है ..!! जय हिन्द
संस्कार, संस्कृति और शान मिले… ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले… रहे हम सब ऐसे मिल-जुल कर… मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान् मिले।
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए… ना देगी दुपट्टा कफ़न के लिए… मारना है तो मरो “वतन” के लिए “तिरंगा” तो मिले कफन के लिए… स्वतंत्र दिवस मुबारक हो!
“देश भक्तों के बलिदान से, स्वतंत्र हुए हैं, हम कोई पूछे कौन हो
तो गर्व से कहेंगे भारतीय हैं, हम.
गंगा यमुना यहाँ नर्मदा,
मंदिर मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा,
मेरा भारत सदा सर्वदा..!!
अब तक जिसका खून न खौला,वो खून नहीं वो पानी है जो देश के
काम ना आये, वो बेकार जवानी है, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई