Dard Shayari
बेशक प्यार की शुरुआत आँखो से होती है पर प्यार की
कीमत भी सबसे ज्यादे आँखों को ही चुकानी पड़ती है
आँखों में आंखे डाल कर यूँ मत देखा करिये हुजुर
वर्ना इन आँखों को सिर्फ आप को देखने की आदत हो जाएगी
जो दिखाई देता है वो हमेशा सच नहीं होता है ,
कहीं धोखे में आँखे हैं तो कही आँखों में धोखा है.
बिना देखे तेरी तस्वीर बना दूँ, बिना मिले तेरा हाल बता दूं,
है मेरे प्यार में इतना दम, अपना आँसू तेरी आँख से गिरा दूँ.
अबकी बार तुम मिले तो पलके बंद ही रखेंगे ,
ये बातूनी आंखें मुंह को कुछ बोलने नहीं देती
दिल को जो अच्छा लगे उनसे ही प्यार करो
आँखों का क्या इन्हें तो सब अच्छे लगते हैं…!!
कैसे बयान करे आलम दिल की बेबसी का
वो क्या समझे दर्द आंखों की नमी का..
उनके चाहने वाले इतने हो गये की…..
उन्हे एहसास नहीं हमारी कमी का…
खूबसूरती किसी के चेहरों व कपड़ो में नहीं होती साहब..
बस ये निगाहें जिसे चाहे उसे खुबसूरत बना दें..!!
सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था,
किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और मिल जाएगा..