Aankhe Shayari – आंखे शायरी
बेशक प्यार की शुरुआत आँखो से होती है पर प्यार की कीमत भी सबसे ज्यादे आँखों को ही चुकानी पड़ती है
आँखों में आंखे डाल कर यूँ मत देखा करिये हुजुर वर्ना इन आँखों को सिर्फ आप को देखने की आदत हो जाएगी
जो दिखाई देता है वो हमेशा सच नहीं होता है ,
कहीं धोखे में आँखे हैं तो कही आँखों में धोखा है.
बिना देखे तेरी तस्वीर बना दूँ, बिना मिले तेरा हाल बता दूं, है मेरे प्यार में इतना दम, अपना आँसू तेरी आँख से गिरा दूँ.
सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था,
किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और मिल जाएगा..
आंखे तरस गयी और फिर से ख्याल आ गया
अब तो चेहरा दिखा दो नया साल आ गया
वो ज़ख्म जो इलाज की हद से गुजर गये,
तेरी नजर के एक इशारे से भर गये
जीना मुहाल कर रखा है मेरी इन आँखों ने,
खुली हो तो तलाश तेरी और बंद हो तो ख्वाब तेरा
मचलती तमन्नाये वक़्त दर वक़्त बदलती रहती है
आँखे है बेज़ुबान फिर भी हर राज़ उगलती रहती हैं
आपने नज़र से नज़र जब मिला दी
हमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दी
जुबां से तो हम कुछ भी न कह सके
पर आँखों ने दिल की कहानी सुना दी।
क्यों डरे ज़िन्दगी में क्या होगा कुछ ना कुछ तजुर्बा होगा
हंसती आँखों में झाँक कर देखो कोई आंसू कहीं छुपा होगा
तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है
ये उठे सुबह चले ये झुके शाम ढले
मेरा जीना मेरा मरना तेरी पलकों के तले
क्यों डरे ज़िन्दगी में क्या होगा कुछ ना कुछ तजुर्बा होगा
हंसती आँखों में झाँक कर देखो कोई आंसू कहीं छुपा होगा
तेरी आँखों के जादू से
तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़
ये उसे भी जीना सिखा देती हैं
जिसे मरने का शौक़ हो।
यूँ ही गुजर जाती है शाम अंजुमन में
कुछ तेरी आँखों के बहाने कुछ तेरी बातो के बहाने.
जो उनकी आँखों से बयां होते हैं
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते हैं।